बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी, क्या 2024 के चुनाव में इसपर घिर गई BJP?

बिहार की नीतीश सरकार ने जातिगत जनगणना के आकड़ें किये जारी. 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले ऐसे आंकड़े जारी करने के पीछे एक बड़ा सियासी खेल समझ आता है. ये आंकड़े कई दलों की राजनीति को प्रभावित करेंगे. बीजेपी जातिगत जनगणना को लेकर सहज नहीं दिखी है.अब देश के अन्य प्रदेशों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर जातिगत जनगणना कराने की मांग तेज हो गयी है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि, सरकार 2011 में हुई जातिगत जनगणना के आंकड़ों को जारी के देना चाहिए. भाजपा इस मुद्दे पर घिरती नजर आ रही है.

क्या कहते है सर्वे ?

जून में हुए ABP- C votar के सर्वे में दोनों पार्टियों को लगभग समान सीटें मिलती नजर आयी, वहीं अगस्त में हुए IBC-24 के सर्वे में बीजेपी को बहुमत मिलता दिख रहा है. काँग्रेस के आंतरिक रणनीतिकार सुनील कानुगोलू जो कर्नाटक चुनावों में काँग्रेस की जीत के प्रमुख सूत्रधार रहे, उनका दावा है की, पार्टी 135 + सीटें जीत रही है, हालांकि राहुल गांधी ने तो 150 सीटों पर जीत का दावा कर दिया.

सिंधिया परिवार के लिए अस्तित्व की चुनौती

न्यूज तक के ही कार्यक्रम में वारिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने कहां कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जिस महत्वाकांक्षा के लिए काँग्रेस छोड़ा था, वो आज भी पूरा होता नहीं दिखा रहा है, वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में गुना से मिली हार ने उनके सियासी पकड़ पर सवाल खड़ा कर दिया. यह चुनाव सिंधिया परिवार के लिए अस्तित्व की लड़ाई की तरह है, राजस्थान में वसुंधरा राजे को बीजेपी ने साइड्लाइन किया हुआ है, वहीं MP में यशोधरा सिंधिया ने चुनाव लड़ने पर असमर्थता जतायी हैं. अब ज्योतिरादित्य सिंधिया पर ही खानदान का पूरा दारोमदार टिका हुआ है.

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SUDHA

Journalism Student, Part time Artist, Content creater